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Wo bhula kar chala gya

कोई तो मेरे वजूद को, ठुकरा कर चला गया
और कोई झूठी ख्वाहिशें, जगा कर चला गया
कोई तमाशा देखता रहा दूर से ही खड़ा खड़ा,
तो कोई दिल का दीया, बुझा कर चला गया
अफ़सोस हम यूं ही बनाते रहे रिश्ते पे रिश्ते,
पर वक़्त पे हर कोई, सर झुका कर चला गया
कहते थे कभी हम जिसे खून का रिश्ता,
वक़्त पर वो भी, खून को भुला कर चला गया...

Jis Din Se Door Huye

जिस दिन से उनसे दूर हुए, हमने तो हँसना छोड़ दिया
हो कर रह गए दीवारो में क़ैद, बाहर निकलना छोड़ दिया
जब तक वो थे मेरे क़रीब दिल की कली मुस्काती थी
गुलशन में अब क्या रखा है, फूलों ने महकना छोड़ दिया
कितनी मुद्दत गुज़र गयी अब तो कुछ भी याद नहीं,
यादों का कारवां गुज़र गया, आँखों ने छलकना छोड़ दिया
देखी हैं गज़ब की रुसबाईं बेचारे इस #दिल ने भी
वो सोच सोच कर हार गया, उसने भी मचलना छोड़ दिया...

Apni Kismat Pe Rona Aaya

जाने क्यूँ आज उनको  #याद करके #रोना आया...
जरुर कुछ बात है कि  इस #शाम को #रोना आया...

कौन #रोता है  किसी और के #ग़म के खातिर #यारो,
सबको अपनी ही किसी बात पे #रोना आया........!!

यूँ तो #पाकर भी पा ना सके #कुछ भी....
हमको #अपनी उस #किस्मत पे #रोना आया....!!

Bhula pana namumkin hai

उनको यूं भुला पाना भी नामुमकिन है
उनके बिन जी पाना भी नामुमकिन है
वक़्त नहीं उनके पास अब हमारे लिए
अपने ग़म बता पाना भी नामुमकिन है
दिल पे लगा रखे हैं हज़ार पहरे उसने
हक़ीक़त समझ पाना भी नामुमकिन है
यूं तो ख़्वाबों से नाता ही टूट गया अब
क्योंकि अब नींद आना भी नामुमकिन है
अभी तो लम्बा सफर पड़ा है #ज़िन्दगी का
लगता है उसे काट पाना भी नामुमकिन है...

Ye Dunia TamashBeen Hai

इस उम्मीद से मत फिसलो, कि तुम्हें कोई उठा लेगा
सोच कर मत डूबो दरिया में, कि तुम्हें कोई बचा लेगा
ये दुनिया तो एक अड्डा है तमाशबीनों का दोस्त,
गर देखा तुम्हें मुसीबत में तो, यहां हर कोई मज़ा लेगा...