न दिन को चैन, न रातों को क़रार मिला
मेरे #नसीब के हिस्से, बस इंतज़ार मिला
न पा सका उनको ये मेरी बद्नसीबियां,
मगर ख़यालों में उनसे, मैं सौ बार मिला
जिधर भी निकला ज़रा से सुकूँ के लिए,
मुझे तो हर जगह, मौसमे तक़रार मिला
अब तो न रहा खुद पे भी भरोसा,
मुझे तो हर जगह, झूठ का व्यापार मिला...
बेताब से रहते हैं उसकी याद में अक्सर,
रात भर नहीं सोते हैं उसकी #याद में अक्सर,
जिस्म में दर्द का बहाना सा बना कर,
हम टूट कर रोते हैं उसकी याद में अक्सर...
मुझे बस तुमसे ही प्यार हैं
मिलने को मेरा दिल बेकरार हैं
बाकी सब दिल मेरा कबूल लेगा,
पर तुम्हे भूलने को ना दिल तैयार हैं...
खुश था मैं तुझसे बातें करके,
तुम्हारे बिना तो हर पल बेकार हैं...
Dard ko bhi us waqt dard hota hoga
Aansuon ka bhi aksh us waqt rota hoga
Gehrate honge zakhmo ke bhi zakhm us ghadi
Jab zikr us bewafa dil ka hota hoga...
दर्द को भी उस वक़्त दर्द होता होगा
आँसूओं का भी अक्ष उस वक़्त रोता होगा
गहराते होंगे ज़ख्मों के भी ज़ख्म उस घडी
जब ज़िक्र उस बेवफा दिल का होता होगा...