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Zindagi Andheri Gali Hai

अब तो ज़िन्दगी भी, उचाट हो चली है !
उम्र भी तो यारो, कुछ खास हो चली है !
उदास बागवां की तरह बैठा हूँ किनारे,
गुलशन में भी, एक अजीब खलबली है !
खार ही खार दिखते हैं हर तरफ यारो,
न कोई फूल दिखता है, न कोई कली है !
धीरे धीरे घिसट रही है ज़िंदगी,
और आगे और आगे, बस अँधेरी गली है !

Kabhi Kabhi Yaad Aate

शायद कुछ दिन और लगेंगे,
ज़ख़्म दिल के भरने में,
जो अक्सर याद आते थे,
वो कभी-कभी याद आते हैं

Zindagi bhar ki tanhai

चेहरे पे ग़म, दिल में रुसबाइयां दे गया कोई !
जाते जाते भी, आँखों में रुलाइयां दे गया कोई !
हम अपने दिल को यूं किस तरह संभालें दोस्तो,
हमें तो ज़िन्दगी भर की, तन्हाईयाँ दे गया कोई !
खुशियों से लबरेज़ थी यारो ये ज़िन्दगी हमारी,
पर जाते हुए हमें, दर्द की गहराइयाँ दे गया कोई !
यूं ही भटकते रहे हम इस फरेबों की दुनिया में,
मगर हमें #ज़िन्दगी की, सच्चाइयाँ दे गया कोई !
दुनिया में कोई भी दुश्मन पैदा नहीं होता,
बनाते हैं उन्हें हम, इसकी गवाहियाँ दे गया कोई !

Dil ko aas rehti hai

दिल को किसी आहट की आस रहती हैं,
नजरो को किसी सूरत की तलाश रहती हैं,
यूं तो हर चीज़ है मेरी #जिंदगी में।
जब तक तुम्हे देख नही लेता तबीयत उदास रहती हैं।।।।

Dard E Dil Batayein Kaise

किसी को आखिर हम भुलाएँ कैसे,
किसी को बे सबब हम रुलायें कैसे !
झूठे सपने दिखाना नहीं आता हमें,
किसी को चंगुल में हम फँसाएं कैसे !
कितने ग़म दिए हैं ज़माने ने हमें,
किसी को दर्द ए दिल हम बताएं कैसे !
लोग उड़ाते हैं हंसी हालात की यूं ही,
किसी को मुकद्दर हम दिखाएँ कैसे !
सहते रहे कितनों के फिकरे उम्र भर,
मगर औकात उनकी हम बताएँ कैसे !
भले ही कुचल डाला दिल हमारा,
पर उनको ज़ख्म अपने हम दिखाएँ कैसे !