Apna Ek Asool Hai
दुनिया चाहे जो सोचे,
अपना एक ही #उसूल है...
जिसे चाहा उसे #टूट कर चाहा
और
जिसे छोडा उसे #पलट कर ना देखा...
दुनिया चाहे जो सोचे,
अपना एक ही #उसूल है...
जिसे चाहा उसे #टूट कर चाहा
और
जिसे छोडा उसे #पलट कर ना देखा...
ये न पूछना की,
ये अल्फ़ाज़ कहाँ से लाता हूँ...
कुछ चुराता हूँ #दर्द दूसरों के,
कुछ अपनी सुनाता हूँ....
चेहरों के लिए आईने कुर्बान किये हैं,
इस शौक में अपने बड़े नुकसान किये हैं...
महफ़िल में मुझे गालियाँ देकर है बहुत खुश,
जिस शख्स पर मैंने बड़े एहसान किये हैं...
ज़रूरी नहीं कि हर समय,
लबों पर #भगवान का नाम आये,
वो लम्हा भी भक्ति से कम नहीं जब,
#इंसान इंसान के काम आये !!!
एक बेटा अपने बूढ़े पिता को वृद्धाश्रम में छोड़कर वापस लौट रहा था;
उसकी पत्नी ने उसे यह सुनिश्चत करने के लिए फोन किया
कि पिता त्योहार वगैरह की छुट्टी में भी वहीं रहें घर ना चले आया करें !
बेटा पलट के गया तो पाया कि उसके पिता वृद्धाश्रम के प्रमुख के साथ
ऐसे घलमिल कर बात कर रहे हैं जैसे बहुत पुराने और प्रगाढ़ सम्बंध हों
तभी उसके पिता अपने कमरे की व्यवस्था देखने के लिए वहाँ से चले गए
अपनी उत्सुकता शांत करने के लिए बेटे ने अनाथालय प्रमुख से पूछ ही लिया:-
"आप मेरे पिता को कब से जानते हैं ? "
मुस्कुराते हुए वृद्ध ने जवाब दिया:- "पिछले तीस साल से...
जब वो हमारे अनाथालय से एक अनाथ बच्चे यानि कि तुमको गोद लेने आए थे !!!