Page - 17

Zindagi ka ek aur varsh

#जिन्दगी का एक ओर वर्ष कम हो चला
शायद..
कुछ सही किया
कुछ गलत भी

कोई गलती तो माफ कीजिये और
कुछ अच्छा लगे तो याद कीजिये !!!

Tere Faisle E Khuda

मैं अभी तक समझ नहीं पाया
तेरे इन फैसलो को ऐ खुदा,.
उसके हक़दार हम नहीं
या हमारी दुआओ में दम नहीं !!!

Bachpan hi achha tha

रोने की वजह ना थी,
ना हंसने का बहाना था...
क्यों हो गए हम इतने बड़े,
इस से अच्छा तो वो
#बचपन का ज़माना था :)

Hum Teohar Manate Rahe

हम तो होली दिवाली मनाते रहे
गोलीयाँ दुश्मनो की वो खाते रहे
कौन त्यौहार कब था उन्हें क्या पता
राष्ट्र के पर्व की लौ वो जलाते रहे
#Salute_indian_Army

Dost Saath Nibhata Hai

हर मुश्किल में, साथ निभाता है दोस्त
हमारे ग़मों को, अपना बनाता है दोस्त
खून के रिश्ते छूट जाते हैं पीछे, मगर
मरने दम तक, रिश्ता निभाता है दोस्त
मतलब के रिश्ते हैं इस दुनिया में अब,
मगर निस्वार्थ दोस्ती, निभाता है दोस्त
भाग जाता ज़रुरत पे खून अपना, मगर
ऐसे वक़्त पर नज़र, सिर्फ आता है दोस्त