Apne khush nahi huye
ज़िन्दगी गुजर गयी
सबको खुश रखने में
_जो अपने थे_
वो कभी खुश नहीं हुए ।।
_जो खुश हुए_
वो कभी अपने नहीं हुए ।।
ज़िन्दगी गुजर गयी
सबको खुश रखने में
_जो अपने थे_
वो कभी खुश नहीं हुए ।।
_जो खुश हुए_
वो कभी अपने नहीं हुए ।।
किसी को नीचा दिखाना
हमारी फितरत मेँ नहीँ...
हमेँ नीचा दिखा के कोई बच जाऐ
ऐसा किसी की #किस्मत मेँ नहीँ ।
अब अपनी शख़्सियत की,
मैं क्या मिसाल दूँ ।।
ना जाने कितने लोग मशहूर हो गये
मुझे बदनाम करते करते !!!
उदास रहता है मोहल्ले में,
बारिशों का पानी आजकल...
सुना है कागज़ की नाव बनाने वाले
बच्चे बड़े हो गए...
एक कटु सत्य
.
पूरा देश बेटी बचाने निकला !!!
है बस शर्त ये है कि
वो पैदा दूसरे के घर हो !!