Hum Dunia Se Chale Jayenge
ग़मों के तूफ़ान भी, टकरा कर चले जाएंगे
हम तो इक दरिया हैं, यूं ही बहते चले जाएंगे
खंज़र घोंपने से क्या मिलेगा तुम्हें यारा,
बस इशारा कर दो, हम दुनिया से चले जाएंगे...
ग़मों के तूफ़ान भी, टकरा कर चले जाएंगे
हम तो इक दरिया हैं, यूं ही बहते चले जाएंगे
खंज़र घोंपने से क्या मिलेगा तुम्हें यारा,
बस इशारा कर दो, हम दुनिया से चले जाएंगे...
पुरानी #यादों को, सजाने में क्या रखा है
सूखे ज़ख्मों को, सहलाने में क्या रखा है
बना दिया तमाशा #मोहब्बत ने हमारा,
यादों के बिन, तन्हाइयों में क्या रखा है
भले ही राहें साफ़ हों उधर जाने की मगर,
अब बुतों से, #दिल लगाने में क्या रखा है
दिल नहीं जानता कि रिश्ते टूट जाते हैं,
अब इस तरह, अश्क बहाने में क्या रखा है
हमने तो सजा ली हैं नकली मुस्कराहटें,
अब किसी को, ग़म दिखाने में क्या रखा है
क्या सुनाएँ कहानी का अंजाम किसी को,
अब किसी का, दिल दुखाने में क्या रखा है
#ज़िन्दगी बिखर गयी तिनका तिनका "मिश्र",
आखिर उसे, फिर से बनाने में क्या रखा है....
बस आँखों को इंतज़ार थमा कर चला गया कोई
वादा निभाने का वादा थमा कर चला गया कोई
सुनसान हो गया महफ़िलों का चमन भी अब तो
ज़िन्दगी को तन्हाईयाँ थमा कर चला गया कोई
कभी उसी से महकता था मेरे मन का ये उपवन
दर्द ए दिल की हर दवा छुपा कर चला गया कोई
चले थे साथ मिल कर कभी खुशियों की राह में
मंज़िल से पहले ही रंग दिखा कर चला गया कोई...
बाद #मरने के कौन किसको #याद होता है,
ना कोई #यार उसका, ना कोई #दिलवार होता है...
#ज़िन्दा जब होता है, तब कोई अपना नही उस #ग़ालिब का,
ग़र #ज़नाज़े में उसके सारा #परिवार होता है...
Saji hai Mehfil, Charon taraf shor hi shor hai,
par lag raha hai hamare dilo dimag mein koi aur hai,
Churaya hai dil hamara, vo koi chor hai,
Aaya chupke se chura liya hamara dil,
aur jab humne puchha to bola hamare #Dil me koi aur hai...