Page - 40

Log Dil Dukhate Hain

जाने क्यूँ #लोग ये #एहसास दिलाते है,
हूँ मैं #अजनबी फिर क्यूँ #दिल को दुखाते है !!!
निभाते है #दोस्ती #वादे कुछ इस तरह कि,
#वक्त बाद कुछ वो हमको #भूल जाते है...

फिर यूँ आते है #याद उनको हम,
जब #लोग उनके #दिल को दुखाते है...
कहते है कि लिखते हो #अज़ब सच तुम #शायरियों में,
फिर #तन्हाँ होकर अपनी #दास्ताँ सुनाते है...
फिर कुछ #वक्त बाद वो इसी #दांस्ताँ को #दोहराते है...

Kyun Benaam Kar Diya

मुकद्दर लिखने वाले, तूने ये क्या काम कर दिया
तूने दुनिया के सारे #दर्द को, मेरे ही नाम कर दिया
#तक़दीर में लिख दिया किसी और का नाम तूने,
और इस #ज़िन्दगी को, किसी और के नाम कर दिया
न समझ सका मैं तेरी बाज़ीगरी आज तक मौला,
तूने अच्छी भली सी ज़िन्दगी को, नाकाम कर दिया
क्या मिलता है तुझको किसी का #दिल दुखा कर,
खुद ही नाम दे कर हमें, फिर क्यों बेनाम कर दिया...

Main Tang Aa Gya Hoon

मैं सवालों जवाबों से तंग आ गया हूँ
जज़्बात की चुभन से तंग आ गया हूँ
ज़िन्दगी के फ़साने छोड़ आया हूँ पीछे
मैं ज़माने के कुढंगों से तंग आ गया हूँ
आखिर खुशियों की रंगोली कैसे सजाऊँ
मैं मिलावट के रंगों से तंग आ गया हूँ
कुछ सच्चा नहीं सब दिखावा है दोस्तो
इस फरेबों की दुनिया से तंग आ गया हूँ
खून के रिश्ते भी हैं अपने सफर में मगन
मैं अकेला इन खिज़ाओं से तंग आ गया हूँ
 

Mere Safar Ki Ajeeb Daastan

एक अजीब दास्तान है मेरे सफरनामे की
वहां से चल कर यहां तक पहुँच पाने की
कभी तो किस्मत ने साथ छोड़ा रस्ते में
तो कभी रंग लायी साजिश इस ज़माने की
लोग उतने ही दूर होते गए हमें छोड़ कर
जितनी कोशिश की हमने उनको मनाने की
सब को फ़िक्र थी सिर्फ अपने ही सफर की
न की किसी ने मेहर मुझे मंज़िल बताने की
अकेला ही चला हूँ मैं अंजान राहों पे
न थी किसी के पास फुर्सत मेरे साथ आने की

Jinki Aankhein Nam Nahi

Jinki Aankhein Aansuon Se Nam Nahi,
Kya Samjhte Ho Use Koi Gham Nahi,
Tum Tadap Kar Ro Diye To Kya Hua,
Gham Chhupa Ke Hasne Wale Bhi Kam Nahi !!!