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Haalat Ne Tod Diya

Haalat Ne Tod Diya Humein
Kachche Dhage Ki Tarah
Vaade To Hamare Bhi Kabhi
Zanjeer Hua Karte The
#Pyar Ke Ek Pal Ko Bhi
Tars Jaate Hain Aaj..
#Mohabbat  Ki Dunia Mein Hum
Sabse Ameer Hua Karte The...

Kaisa Muqaddar Bna Diya

पूछूँगा विधाता से मैं, कि ये कैसा मुकद्दर बना दिया,
न बचा था ठौर कोई, जो आँखों को समंदर बना दिया !
सारी ज़िंदगी गुज़र गयी यूं ही अपनों के आगे झुकते,
क्या बिगाड़ा था उसका, जो इतना कमतर बना दिया !
दर्द औरों का देख कर खुशियां भुला दीं मैंने अपनी,
मगर मेरे लिए हर #दिल, उसने क्यों पत्थर बना दिया !
जिसे भी समझा कुछ अपना चला गया देकर धोखा,
क्यों ज़िन्दगी को उसने, बोझिल इस कदर बना दिया !
अगर और भी सितम थे झोली में उसकी वो भी दे देता,
भुगत लेता उनको भी, अब तो दिल बेअसर बना दिया !
नहीं हूँ मैं अकेला जाने कितनों के ये जज़्बात हैं यारो,
कि उसने #ज़िंदगी तो दे दी, पर जीना बदतर बना दिया !

Kar Gye Wo Katal Mera

रंगा है उनका खंज़र भी, मेरे ही खून से !
कर गए वो क़त्ल मेरा, बड़े ही सुकून से !
नहीं था पता कि क़ातिलों की गली है ये,
हार बैठा सब कुछ मैं. अपने ही जूनून से !
न रहे वो दोस्त न रहा वो अपनापन ही,
अब लगता है डर हमें, अपने ही खून से !
इंसानियत कैद है सिर्फ किताबों में दोस्त,
कुछ न होगा अब, उसमें लिखे मज़मून से !

Daulat kis kaam ki ?

दुनिया की सारी दौलतें भी, हैं भला किस काम की,
अपनों के बिन ये शौहरतें भी, हैं भला किस काम की !
उनकी रौनक से रोशन था मेरा ये घर आंगन कभी
अब तो सूरज की रोशनी भी, है भला किस काम की !
ग़म है तो सिर्फ इतना कि दूर हो गये मुझसे अपने
अब तो जीने की चाहत भी, है भला किस काम की !
वो न समझें इस दर्द को ये तो है उनकी मर्ज़ी दोस्त,
अब तो फिज़ूल में ये सोच भी, है भला किस काम की !

Har Sitam Achha Lagta Hai

उनका दिया हर रंजो गम, हमें अच्छा लगता है,
उनका ढहाया हर सितम, हमें अच्छा लगता है !
सुकून मिलता है उनकी दी हर चोट से दिल को,
रिसते ज़ख्मों को सहलाना, हमें अच्छा लगता है !
उनकी जफ़ाओं से दिल लबरेज़ रहता है हर दम,
पर उनके लिये आंसू बहाना, हमें अच्छा लगता है !
मेरी तड़प से गर वो खुश हैं तो शिकवा नहीं दोस्त,
उनकी खुशियों का हर ढंग, हमें अच्छा लगता है !