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Ab Waqt Badal Gaya Hai

नहीं रहे वो दिन जब बच्चे, बड़ों का वचन निभाया करते थे
स्थिति चाहे जैसी भी हो, उनका हर कथन निभाया करते थे
इस बदले वक़्त ने ये सब भुला दिया,
हम बुज़ुर्ग कभी इन बच्चों के, हर धरम निभाया करते थे

समय बदल गया, अब अपने को, आगे ज्यादा मत कीजिये
अपनी सन्तान के बल पर, किसी से कोई वादा मत कीजिये
आपकी शान बचे न बचे कुछ पता नहीं,
बेहतर यही है कि, अपनों के भरोसे कोई इरादा मत कीजिये

Unka to bas Vote chala gaya

किसी का बेटा चला गया तो किसी का भाई चला गया
किसी का सुहाग चला गया तो किसी का यार चला गया
आँसुओं की बौछारें किसी ने नहीं देखी,
उनको तो बस दिखा इतना, कि उनका वोट चला गया

Asli Ameer to Wo Hai

लोग कहते हैं कि अमीर वो नहीं, जो दौलत से भरमाया है
असली अमीर तो वो है, जिसके ऊपर मां बाप का साया है
न जाने कैसे कह दी ये बात लोगों ने,
अब तो अमीर वो है, जिसने भरपूर मां बाप को सताया है

Roti ka tukda kisi ke liye jeevandan

गरीब दिन भर भटकता है रोटी कमाने के लिये
अमीर तो बस अमीर है
वक्त नहीं है उसके पास रोटी भी खाने के लिये

कोई अपनों के लिये मुँह की रोटी भी छोड़ देता है
पर इस दुनिया को क्या कहें
जहाँ कोई रोटी के लिये अपनों को भी छोड़ देता है

किसी को एक रोटी का टुकड़ा जीवनदान सा दिखता है
पर उन लोगों की क्या बात कहें
जहाँ बचा बचाया घर का भोजन कूड़ेदान में फिकता है :(

Is duniya mein ab kuch aasan nahi

कुटिलों की इस दुनिया में, सीधे लोगों का कुछ काम नहीं
बिना कुटिलता के इस युग में, अब कोई काम आसान नहीं
इस आफ़िस से उस आफ़िस तक इनका ही अंबार लगा है
अफसर शाही से #राजनीति तक इनका ही संसार बसा है