Rishta wo jo Dil me utar jaye
Baat wo jo mann ko chu jaye,
rishta wo jo Dil me utar jaye,
pyar wo jiski yaad me zindagi guzar jaye,
aur,
Dosti wo jiske liye zindagi hi kam pad jaye...
Baat wo jo mann ko chu jaye,
rishta wo jo Dil me utar jaye,
pyar wo jiski yaad me zindagi guzar jaye,
aur,
Dosti wo jiske liye zindagi hi kam pad jaye...
इस वक़्त ने मुझे सब कुछ सिखा दिया
वचपन को बेचकर जल्दी बड़ा बना दिया
ये मुस्कराना भी कुछ होता है पता नहीं
बस पापी पेट के लिये भटकना सिखा दिया
दुनिया तो बाज़ार बन गयी, हर आदमी सौदा करता है
गैरों की बात अलग समझो, वो अपनों से सौदा करता है
मां से सौदा, बाप से सौदा, हर कदम पै सौदा करता है
बच्चों से सौदा, बीबी से सौदा, धरम से सौदा करता है
अब सच्चाई का कोई करम नहीं, झूठ से सौदा करता है
आदमी इतना नीच हो गया, वो ईमान का सौदा करता है
प्यार को एक व्यापार समझ, दिलदार से सौदा करता है
दुनिया की तो बात अलग, वो भगवान से सौदा करता है
अगर ठोकर लगती है तो रास्तों को दोष देते हैं
खिलाडी हार जाते हैं तो निर्णय को दोष देते हैं
डूबते हैं गलती से लेकिन दरिया को दोष देते हैं
नाकारा लोग तो अपनी किस्मत को दोष देते हैं
गलती सन्तान करे लोग मां बाप को दोष देते हैं
काम बिगड जाता है तो हालात को दोष देते हैं
अपने दिलों में कभी झांक कर नहीं देखते हम
गलती खुद करते हैं पर दूसरों को दोष देते हैं...
फूलों की महक या कांटों की खरास लिखूँ
या अपनों से बिगड़ते रिश्तों की खटास लिखूँ
इस ज़िंदगी में पाये धोखों की रबानी लिखूँ
या अपनों से मिले घावों की कहानी लिखूँ
इस जनता के दुख दर्द का हिसाब लिखूँ
या नेताओं के स्वार्थ पर एक किताब लिखूँ
हर दफ़्तर में घुसे भ्रष्टाचार की बात लिखूँ
या भ्रष्ट तरीके से काम कराने की बात लिखूँ
हर चेहरे पर चढ़े झूठे मुखौटों की बात लिखूँ
या किसी के ज़ज़्बातों से खेलने की बात लिखूँ
प्यार के अंधे दीवानों के बिगड़ते हालत लिखूँ
या उनकी आँखों से बहते दिलों के ज़ज़्बात लिखूँ
दिल कहता है वही लिखूँ जो दोस्तों की चाहत है,
अब तुम्हीं बताओ दोस्तो कि मैं क्या क्या लिखूँ