Zindagi ke 5 sach...
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Sach no 1: maa ke siwa koi wafadar nahi
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Sach no. 2: Gareeb ka koi dost nahi
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Sach no. 3: log acchi seerat ko nahi
achi surat ko tarjeeh dete hai
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Sach no 4: ijjat sirf paise ki hai
insaan ki nahi
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Sach no 5:" insaan jis shakhs ko
Dil se Chahta ho
wohi shakhs dukh dard deta hai...
एक बार एक बेटे ने अपनी माँ से कहाः
अम्मा मैने रेडियो पे सुना कि #इन्डिया की टीम जीत गई है और टीम मे जो खेल रहे थे,
उन्हे एक-एक करोड़ रुपये मिलेंगे..
माँ बोलीः हां बेटा
वो देश के लिए खेल रहे थे इसलिए!.
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एक बार बेटे ने आसमान मे रेस्क्यु ओपरेशन मे लगे हुए हेलिकोप्टर से लटकते सेना के जवान देखकर अपनी माँ से पूछा: अम्मा इन्हे भी मिलेगा एक करोड़ ?
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माँ ने कहां : हमारे #भारत मे बल्ले से खेलने वालो को ईनाम मिलता हे,
जान से खेलने वालों को नही.......
"कितनी दुःख की बात है"
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वो अपनी गंवाई नींदों का, कभी हिसाब नहीं रखती
रात भर गीले में सड़ने का, कभी हिसाब नहीं रखती
वो बच्चों का पेट भरती है खुद भूखे रहकर भी,
वो हिस्से में आये दुखों का, कभी हिसाब नहीं रखती
सिर्फ मुट्ठी भर प्यार की दरकार होती है मां को,
वो बच्चों पर लुटाये प्यार का, कभी हिसाब नहीं रखती
वो तो दीवानी होती है सिर्फ बच्चों के प्यार की,
अपने चेहरे पर आई झुर्रियों का, कभी हिसाब नहीं रखती
जब समय खराब आता है, तो अपने खिसक जाते हैं
जब जहाज डूबता है, तो पहले चूहे खिसक जाते हैं
सच्चे #दोस्त ही साथ निभाते हैं अंजाम तक,
पर समय को ताड़ कर, फ़ालतू दोस्त खिसक जाते हैं
इस फरेबी दुनिया में लोग, यूं ही दिल तोड़ देते हैं
दोस्ती जैसे विश्वास का भी, वे विश्वास तोड़ देते हैं
जिंदगी जीना तो उन पत्थरों से सीखो यारो,
जो खुद को भी मिटा कर, टूटे पुलों को जोड़ देते हैं