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Achchi Aadat Kyun Chod du

एक व्यक्ति की आदत थी की वो रोज़ सुबह
मिलने वाले हर किसी को नमस्ते कहता था...
एक दिन एक व्यक्ति ने उसे जवाब में बुरा भला कहना शुरू कर दिया ...
वो ऐसा रोज़ करता था...
.
एक दिन किसी ने उससे पुछा कि वो इंसान रोज़ तुम्हे गाली देता है....
फिर तुम उसे नमस्ते क्यों करते हो ?
तो उस व्यक्ति का जवाब था...
कि जब वो मेरे लिए अपनी बुरी आदत नहीं छोड़ सकता...
तो मैं उसके लिए अपनी अच्छी आदत क्यों छोड़ दूँ ...

Ghamand kyun karte ho

जन्म दूसरे ने दिया
नाम दूसरे ने दिया
शिक्षा दूसरे ने दी
रिश्ता भी दूसरे से जुड़ा
.
काम करना भी दूसरो ने सिखाया
शमशान भी दूसरे ले जाएंगे
तुम्हारा इस संसार में क्या है
जिसका तुम घमंड करते हो...!!
 

Ishwar tumhare saath hain

ईश्वर कहते है:-
उदास न हो  मैं तेरे साथ हूँ
सामने नहीं आसपास हूँ
पलकों को बंद कर और दिल में याद कर
मैं कोई और नहीं तेरा विश्वास हूँ...!

Hum Bhi Badshah Hain

हम बादशाहों के बादशाह हैं
इसलिए गुलामों जैसी हरकतें नहीं,
पैसों पर फोटो हमारा भी हो सकता
पर लोगों की जेब मे रहना हमारी फितरत नहीं

Mere Katal Ki Sazish

दुशमनोँ की महफिल मे चल रही थी
मेरे कत्ल की साजिश,
.
मै पँहुचा तो बोले
यार तेरी उम्र बहुत लम्बी है...