Tadapta hua chodh kar jaa rahe ho
निगाहें मिला कर किया दिल को जख्मी,
अदाएँ दिखाकर सितम ढाह रहे हो.
वफाओं का क्या खूब बदला लिया है,
तडपता हुआ छोड़ कर जा रहे हो...
निगाहें मिला कर किया दिल को जख्मी,
अदाएँ दिखाकर सितम ढाह रहे हो.
वफाओं का क्या खूब बदला लिया है,
तडपता हुआ छोड़ कर जा रहे हो...
क्या बताऊँ मेरा हाल कैसा है
एक दिन गुज़रता है एक साल जैसा है
तड़पता हूँ इस कदर बेवफाई में उसकी
ये तन बनता जा रहा कंकाल जैसा है....
Dil hua zakhmi magar kisi ko khabar nahi,
meri chahto ka uss pe koi asar nahi,
ho ke judda tumse koi mar jayega,
sun ke usne kaha ye koi badi khabar nahi.....!!!!!!!!
कभी रो के मुस्कुराए, कभी मुस्कुरा के रोए
जब भी तेरी याद सी आई तुझे भुला के रोए
एक तेरा ही तो नाम था जिसे हज़ार बार लिखा
जितना लिख के खुश हुए उससे ज्यादा मिटा के रोए!
Aankhen ro padi unka naa koi paigam aaya,
Chale gaye hamein akela chhod ke ye kaisa mukam aaya,
Meri tanhai Hansi mujh pe Aur boli Bata
Aakhir mere siva tere kon kaam aaya…