गर अपना कोई साथ है, तो वक़्त गुज़र जाता है
वरना इस दुनिया में, कोंन किसको नज़र आता है
जी लो ज़िंदगी जब तक साथ है यारो,
क्या पता ये दौर ए जहाँ, फिर किधर ले जाता है...
गर अपना कोई साथ है, तो वक़्त गुज़र जाता है
वरना इस दुनिया में, कोंन किसको नज़र आता है
जी लो ज़िंदगी जब तक साथ है यारो,
क्या पता ये दौर ए जहाँ, फिर किधर ले जाता है...