ज़िंदगी एक ख़्वाब है, कभी भी टूट सकता है
हुस्न का भी क्या भरोसा, कभी भी रूठ सकता है
ज़िंदगी गुब्बारा है, अहसास की हवाओं का
प्यार से पकड़ो, वरना कभी भी फूट सकता है

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