अभी तो दिन बाक़ी है ज़रा शाम तो होने दो
#दिल में दर्द काफी है ज़रा आराम तो होने दो
अभी लौट कर घर जाने की फुरसत नहीं हमें
नाम तो कमा लिया ज़रा #बदनाम तो होने दो
चला जाऊँगा इक दिन इतनी भी क्या जल्दी
ज़रा सा सब्र तो करिये मेरा काम तो होने दो
खड़ा हूँ उनकी चौखट पर उनके दीदार के लिये
खुदा के वास्ते मेरे जीने का इंतज़ाम तो होने दो...