ख़ुशी से जीने के लिए, ज़रा सा प्यार काफी है
नहीं है चाह मिलने की, बस इंतज़ार काफी है
कोई बात नहीं कि कोई हमसे दूर है कितना,
दूर रह कर भी, #मोहब्बत का इक़रार काफी है
बस बहुत है कि पूंछते है वो खैरियत हमारी,
खुदाया उनकी मेहरबानी का, इज़हार काफी है
बस हमारे लिए तो खास हैं उनकी भूली यादें,
वो आते रहें ख्वाबों में, इतना ऐतबार काफी है
जो लिखा #नसीब में उतना ही मिलेगा दोस्त,
बस ग़फ़लतों में जीने का, थोड़ा क़रार काफी है
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