बिना हवाओं के कभी भी पत्ता नहीं हिलता
बिना खाद पानी के कभी फूल नहीं खिलता
गांठ में नोट हों तो प्यार की सोचिये,
आजकल यहां प्यार भी मुफ़्त में नहीं मिलता

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