घबराकर जो साहस छोड दे,
वो कायर कहलाता है
अनहोनी को जो होनी करदे,
वो माहिर कहलाता है
जीवन में तो सब कोई झांके,
जो बेजान चीज में खुद को ढूढे,
वो शायर कहलाता है...
घबराकर जो साहस छोड दे,
वो कायर कहलाता है
अनहोनी को जो होनी करदे,
वो माहिर कहलाता है
जीवन में तो सब कोई झांके,
जो बेजान चीज में खुद को ढूढे,
वो शायर कहलाता है...