वक्त नूर को बेनूर कर देता है,
छोटे से जख्म को नासूर कर देता है...
कौन चाहता है अपने से दूर होना,,,
लेकिन वक्त सबको मजबूर कर देता है...
वक्त नूर को बेनूर कर देता है,
छोटे से जख्म को नासूर कर देता है...
कौन चाहता है अपने से दूर होना,,,
लेकिन वक्त सबको मजबूर कर देता है...