मुझे आज भी इस उम्र में उनकी याद आती है
वर्षों गुज़र गये पर कल की बात नज़र आती है
उनकी मुस्कराहट नाचती है आंखो के सामने
दिल के अंधेरे कोने में बिजली सी चमक जाती है
क्या वो भी हमारी याद में दिल को जगाते होंगे
क्या कभी उनकी सोच में वो पल भी आते होंगे
मैं खूब समझता हूँ मजबूरियां उनकी
वो किसी के डर से नाम जुवां पर न लाते होंगे