एक उजड़े हुए चमन में, कभी फूल नहीं खिला करते
कंगाल के घर में कभी, जवाहरात नहीं मिला करते
लोग कहते हैं, प्यार का अहसास भरो लफ्ज़ों में
पर जर्ज़र हुए दिलों में प्यार के रंग नहीं मिला करते
एक उजड़े हुए चमन में, कभी फूल नहीं खिला करते
कंगाल के घर में कभी, जवाहरात नहीं मिला करते
लोग कहते हैं, प्यार का अहसास भरो लफ्ज़ों में
पर जर्ज़र हुए दिलों में प्यार के रंग नहीं मिला करते