देखते ही देखते, सितारे बदल जाते हैं !
हाथ में आकर, किनारे फिसल जाते हैं !
दोस्तो उलझनों का सागर है ज़िंदगी,
इसके, साँझ और सकारे बदल जाते हैं !
रफ़्ता रफ़्ता खिसकती है ये #ज़िंदगी,
देखते ही देखते, नज़ारे बदल जाते हैं !
बहुत मतलबी हो गया है ये जमाना,
देखते ही देखते अब, नारे बदल जाते हैं !
कोई खुश भी रहे तो कैसे रहे ?
जाने क्यों वक़्त के, इशारे बदल जाते हैं

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