रहो सब के #दिल में ऐसे कि
जो भी मिले तुम्हें अपना समझे,
बनाओ सबसे रिश्ता ऐसा कि
जो भी मिले, फिर से मिलने को तरसे,,,
#दोस्त तो मिल जायेगें लाखों
इस दुनिया में मगर,
निभाओ #दोस्ती ऐसी कि लोग तुम्हें
दोस्त नहीं अपना मुकद्दर समझें.....