डाल से टूट कर भी फूल खुशबू छोड़ जाता है
मिटटी में मिलने तक मुस्कान छोड़ जाता है
हर इंसान का #अंदाज़ जुदा होता है दोस्तो
कोई रुलाता है तो कोई खुशियाँ छोड़ जाता है
कोई तो साथ निभाता है आखिरी मंज़िल तक
मगर कोई बीच सफर में अकेला छोड़ जाता है
जो जीता है जमाने में फूलों की तरह ,
वो खुद रहे न रहे पर अपना नाम छोड़ जाता है

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