कुछ शोंक से इसको पीते हैं, कुछ मजबूरी से हो शिकार रहे,
कुछ ख़ुशी से इसको लेते हैं, कुछ गमीं में इसको प्यार करे,
"मेहमान" चाहे हालात कैसे भी हो, कर जिंदगी को ख़राब रहे,
एक तरफ लिखते "नशा मौत हैं", दूसरी तरफ कर व्यापर रहे...

Leave a Comment