मुझ में खुशबू बस उसकी है
जैसे की ये #जिंदगी उसकी है
वो कहीं आस-पास है मौजूद
हु-ब-हू हंसी उसकी है
खुद मैं दुखा रहा हूं #दिल अपना
इसमें लेकिन खुशी उसकी है
यानी कोई कमी नहीं है मुझमें
यानी मुझ में कमी उसकी है
क्या मेरे ख्वाब भी मेरे नहीं ?
क्या मेरी नींद भी उसकी है...
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