लहरों के पानी से भीगे दो किनारे है,
कुछ ऐसे #मोहब्बत के ये इशारे हैं
सदियों से दूर है एक दूसरे से मगर,
मिलने की चाह में अाज भी कुवारे हैं
लहरों के पानी से भीगे दो किनारे है,
कुछ ऐसे #मोहब्बत के ये इशारे हैं
सदियों से दूर है एक दूसरे से मगर,
मिलने की चाह में अाज भी कुवारे हैं