तुम लाख छिपा लो #सीने में,
एहसास हमारी #चाहत का...
कही तुम भी ना बन जाना,
किस्सा किसी #किताबों का...
जो करते है नज़र अन्दाज मोहब्बत,
तो बुरा मत मानना ऐ #दिल......
टूटकर चाहने वालो को रुलाना ही,
है रिवाज़ #मोहब्बत का....
तुम लाख छिपा लो #सीने में,
एहसास हमारी #चाहत का...
कही तुम भी ना बन जाना,
किस्सा किसी #किताबों का...
जो करते है नज़र अन्दाज मोहब्बत,
तो बुरा मत मानना ऐ #दिल......
टूटकर चाहने वालो को रुलाना ही,
है रिवाज़ #मोहब्बत का....