मोहब्बत की हवा दर्द ए दिल की दवा बन जाती है
प्यार गर करीब हो तो ख़िज़ां भी फिज़ां बन जाती है
कोई कैसे भूल सकता है ज़िंदगी के हसीन लम्हों को
पर फक़त यादों के सहारे जीना भी सज़ा बन जाती है...
मोहब्बत की हवा दर्द ए दिल की दवा बन जाती है
प्यार गर करीब हो तो ख़िज़ां भी फिज़ां बन जाती है
कोई कैसे भूल सकता है ज़िंदगी के हसीन लम्हों को
पर फक़त यादों के सहारे जीना भी सज़ा बन जाती है...