नहीं मिलती है मांगने से एक अदद ख़ुशी,
मगर बिन मांगे ग़म हज़ार मिल जाते हैं |
नहीं मिलता ढूढ़ने से कहीं एक भी अपना,
मगर बिन ढूंढें #दुश्मन हज़ार मिल जाते हैं |
जो दूर से दिखता है ज़रूरी नहीं कि हो वैसा,
यहां तो अनचाहे धोखे हज़ार मिल जाते हैं |
ज़रा संभल कर चलना #ज़िन्दगी की राहों पे,
यहां तो हर कदम पे रोड़े हज़ार मिल जाते हैं |
किसी पे यकीन करना बुरा नहीं होता,
पर इस दुनिया में बेवफा हज़ार मिल जाते हैं |
 

Leave a Comment