या ख़ुदा, मेरे घर में भले ही अँधेरा रहे
पर उनके घर में #चांदनी का बसेरा रहे
आ जाये हमें #मौत भी तो कोई गम नहीं,
पर उनके दामन में खुशियों का डेरा रहे
मेरे मुकद्दर में हैं बस तन्हाइयों की रातें,
पर हमेशा उनकी #ज़िन्दगी में सवेरा रहे
गर उनका साथ है पार कर लूँगा समंदर भी,
फिर हर तरफ चाहे मुश्किलों का घेरा रहे...

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