कब तक रहोगे आखिर यूं दूर हमसे;

मिलना पड़ेगा आखिर एक दिन जरूर हमसे;

दामन बचाने वाले ये बेरुखी है कैसी?

कह दो अगर हुआ है कोई कसूर हमसे!

Leave a Comment