जब तक सांस है किसी का सहारा मिल नहीं सकता
खुद ही तैरना होगा वरना किनारा मिल नहीं सकता
यहाँ तो मरने पर ही कांधा देने आते हैं लोग,
जीते जी किसी के काँधे का सहारा मिल नहीं सकता
जब तक सांस है किसी का सहारा मिल नहीं सकता
खुद ही तैरना होगा वरना किनारा मिल नहीं सकता
यहाँ तो मरने पर ही कांधा देने आते हैं लोग,
जीते जी किसी के काँधे का सहारा मिल नहीं सकता