सुकून मिलता है, जब मुलाक़ात होती है,
वो ज़िन्दगी की, एक हसीन रात होती है !
चले जाते हैं वो छोड़ कर जब साथ मेरा,
यादों में उनकी, ये सारी कायनात रोती है !
क्या करें #दिल को न मानता वो किसी की,
आँखों से, सावन भादों की बरसात होती है !
मिटा नहीं सकता कोई तक़दीर का लिखा,
जहां भी जाते हैं हम, वो हमारे साथ होती है !
ये #ज़िंदगी भी एक खेल है शतरंज का दोस्त,
इस में कभी तो शह, तो कभी मात होती है !
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