#हवा के रुख को कोई #बदल नही सकता,
#सूरज के #ताप को कोई सह नही सकता...
कर ले चाहे कोई कितने ही बदलावों की कोशिशें,
#खुदा के बनाए अग़ाजों को कोई बदल नही सकता...

Leave a Comment