दूल्हों की मंडी सजा रखी है खरीदने वाले चले आइये
हर किस्म के दूल्हे मिलते हैं अपना #नसीब आज़माईये
चले आइये अपनी औकात से भी ज्यादा बोली लगाइये
मौका मत गँवाइए चाहे घर बेच कर ही क्योंग न आइये
जाइये जाइये कहीं से भी बस नोटों के बंडल ले आइये
विक्रेता को कन्या की काबिलियत नहीं बस नोट चाहिये
ज्यादा वेतन वाला छांटिये चाहे डिग्री वाला ले जाइये
ऊँची बोली लगाइये और काम का दूल्हा उठा ले जाइये
आइये आइये आइये, चले आइये ..............

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