अपने जज़्बात किसी को, हम बताएं कैसे
अपने दिल 💗 की ये धड़कनें, हम सुनाएँ कैसे !
अंदर छुपा रखा है हमने प्यार का समंदर,
चीर कर अपने दिल को 💔, हम दिखाएँ कैसे !
कोई तो बताये हमको क्या खता है हमारी,
अपनी वफ़ाओं का मातम, हम मनाएं कैसे !
अच्छा सिला दिया है मोहब्बत का हमको,
इन झूठी तोहमतों से दामन, हम बचाएं कैसे !
अब झूठ ही बिकता है इधर धड़ल्ले से दोस्त,
अब तो सच के साथ जीवन, हम बिताएं कैसे ! 😔 🙁