दिल के #दर्द न जाने क्या क्या बयाँ कर जाते है,
कभी #खामोश #चेहरा तो कभी #अल्फाज़ बयाँ कर #जाते है...
न चाहते हुए भी अपना दर्द हम बयाँ कर जाते है...
यूँ तो #दिल का दर्द छिपाते है सबसे हम,
पर हम उस #दर्द को भी बयाँ कर जाते है...

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