उनकी मुस्कान ऐसी कि, चांद भी शरमाता है
जब उदास होते हैं, जैसे सूरज ही डूब जाता है
पर हमारे दर्द को कब समझेंगे वो,
जब मुख मोडते हैं, दिल अंधेरों में डूब जाता है

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