चुपके-चुपक रोओगे तुम गम के फसाने याद आएंगे
याद आएगी जब-जब मेरी गुज़रे जमाने याद आएंगे
मेरी मुहब्बत याद आते ही उड़ जाएगी नींद तुम्हारी
प्यार में देखें थे जो हमनें ख्वाब सुहाने याद आएंगे
चुपके-चुपके रोओगे तुम एक से एक हंगामा होगा
दिल को कैसे बहलाओगे ?
हर एक नई महफिल तो होगी मीत पुराने याद आएंगे
चुपके-चुपके रोओगे तुम गम के फसाने याद आएगें...