नज़रें मिला कर चला गया कोई
मेरा चैन चुरा कर चला गया कोई
बस देखता ही रह गया गुमसुम सा
दिल में उतर कर चला गया कोई
अंधेरा पड़ा था दिल का हर कोना
रोशनी दिखा कर चला गया कोई
बंद हो गया ख़्वाबों का सिलसिला
मेरी नींदें चुरा कर चला गया कोई
किससे पूंछूं उसका ठिकाना दोस्तो
कुछ भी न बता कर चला गया कोई...

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