उजड़े हुए गुलशन को, फिर से आबाद मत कर
उसके हसीन फूलों को, तू फिर से याद मत कर
जी ले जिंदगी को मन मार कर यूं ही ,
तू अपने हसीन कल को, फिर से बर्बाद मत कर.....
उजड़े हुए गुलशन को, फिर से आबाद मत कर
उसके हसीन फूलों को, तू फिर से याद मत कर
जी ले जिंदगी को मन मार कर यूं ही ,
तू अपने हसीन कल को, फिर से बर्बाद मत कर.....