38 Results
पुरानी #यादों को, सजाने में क्या रखा है
सूखे ज़ख्मों को, सहलाने में क्या रखा है
View Full
चलो कुछ पुराने #दोस्तों के,
दरवाज़े खटखटाते हैं !
देखते हैं उनके पँख थक चुके है,
View Full
काबू में नही रहता मेरे,
है आवारा
हमारा #दिल...
#चाहत का जिसमें द्वीप जला,
है वो #प्यारा
हमारा #दिल...
View Full
हम फौजीओं का ना कोई त्यौहार
#शहीद होने के बाद
फिर रोवे
हमारा परिवार ...
दो दिन दिखाई जाए #TV पर हमारी खबर.
View Full
ये दिल
हमारा इस कदर, यूं फटा न होता
अगर ये अपनों के फेर में, यूं फंसा न होता
कुछ तो कुसूर है अपना पिछले जनम का,
View Full
जब कोई काण्ड हो जाए
दूसरों के माँ बाप :-
View Full
किसी को आखिर हम भुलाएँ कैसे,
किसी को बे सबब हम रुलायें कैसे !
झूठे सपने दिखाना नहीं आता हमें,
View Full
बस इतनी सी बात पर
हमारा परिचय् तमाम होता है...
हम उन रास्तो पर नहीं चलते
जो रास्ता आम होता है !!!
View Full
दिल के तूफ़ान को, होठों तक ज़रा आने तो दीजिये,
ग़मों के काले बादलों को, दूर ज़रा जाने तो दीजिये !
View Full
रोज रोज यहाँ नए खेल होते है रिश्ते टूटते और कमजोर होते है
View Full