45 Results

Bhagwan Bhi Sochta Hoga

अलग अपना घर बसा कर क्या मिला हमको
रिश्तों को अकारण तोड़ कर क्या मिला हमको
View Full

Waqt to guzar jayega

वक़्त को गुज़रना है, वो तो गुज़र जायेगा
ये दौलत का नशा भी, कल उतर जायेगा
समेट रखा है जो तूने ये सब कुछ यारा,
View Full

Teri Kismat Samvar Jayegi

फिर न सिमटेगी ज़िंदगी गर बिखर जायेगी
ये कोई रात नहीं जैसे भी हो गुज़र जायेगी
View Full

Kisko hamdard samjhe

किस को हकीकत कहें, किस को वहम समझें
किस को कमतर कहें, किस को अहम समझें
View Full

Aatma sath nibhati hai

कितना प्यार किया काया से वो यहीं पड़ी रह जायेगी
ये दौलत और रिश्तों की ममता यहीं तलक रह जायेगी...
View Full

Mar jane ko jee chahta hai

आज फिर कही मर जाने को जी चाहता है,
आज फिर किसी को #रुला जाने को जी #चाहता है...
View Full

Mehnat Se Mushkil Aasan Hai

अपना काम किसी और पर छोड़ा नहीं जाता
प्यार भरे रिश्तों को बेवजह तोड़ा नहीं जाता
View Full

Zindagi Rishte Nibhane Mein

मुद्दत गुज़र जाती है अपनों को अपना बनाने में,
वक़्त यूं ही गुज़र जाता है बस मुश्किलें सुलझाने में...
View Full

Koi na mujhse roothe

आरज़ू थी मेरे दिल की, कि कोई न मुझसे रूठे !
इस ज़िन्दगी में अपनों का, कभी न साथ छूटे!
View Full

Kitne Matlabi Hain Hum

कितने मतलबी हैं हम, कि अपना ही घर देखते हैं !
गर जलता है घर किसी का, तो अपने हाथ सेकते हैं !
View Full

Notice: ob_end_clean(): Failed to delete buffer. No buffer to delete in /home/desi22/desistatus/hashtag.php on line 229