48 Results
अपनों के ज़ुनून में सपनों को
मिटा दिया हमने,
रिश्तों की चाह में खुद को भी
मिटा दिया हमने
View Full
वक़्त का मरहम, हर ज़ख्म
मिटा देता है
वो जमाने से मिला, हर गम भुला देता है
View Full
तक़दीर ने मदारी की तरह नचा दिया हमको
फिर फिर उठा के फिर फिर गिरा दिया हमको
हम तो किसी को ना भुला पाये आज तक,
View Full
शबनम किसी की प्यास
मिटा नहीं सकती
सुई का काम कभी तलवार बना नहीं सकती
दिल का मारा समझता है ज़रूरत दिल की,
View Full
घर बनाने में वक़्त लगता है, पर
मिटाने में पल नहीं लगता
View Full
मूर्ख है दीपक, जो खुद को जलाता है जमाने के लिये
खुद को
मिटा देता है, औरों का अंधेरा
मिटाने के लिये
View Full
आजकल अजीब सी बेकली से गुज़र रहा हूँ मैं
जो कभी मुंह लगाई थी उसको उगल रहा हूँ मैं
View Full
उनको भुलाने की कोशिश, मैंने सौ बार की है
अक्श
मिटाने की कोशिश, मैंने सौ बार की है
View Full
खुशबू का असर तो, हवाओं में बिखर जायेगा
क्या सोचा है कभी, वो टूटा फूल किधर जायेगा
View Full
काश ज़िंदगी भी एक किताब होती
और ये उम्र अपनी बे हिसाब होती
जो चाहते वो पन्ना पलट देते हम
View Full