46 Results
नफ़रत थी दिल में, तो इज़हारे प्यार क्यों कर बैठे,
#मोहब्बत के नाम पर, ज़िंदगी निसार क्यों कर बैठे !
View Full
अपना तो नाम मुफ़्त में,बदनाम हो गया !
बे-सबब ही हसीनों का, अहसान हो गया !
उनकी ज़फाओं से दिल टूट तो टूटा यारो,
View Full
किसी से बहस करना, मेरी आदत नहीं है
बेकार उलझते फिरना, मेरी आदत नहीं है
View Full
क्यों डरे कि ज़िन्दग़ी में क्या होगा,
हर वक़्त क्यों सोचे कि बुरा होगा,,,
बढ़ते रहे बस
मंज़िलो की ओर,
View Full
जिन्होनें मुझे बुरा भला कहा है
मैं उनका शुक्र गुज़ार हूँ,
क्योंकि
मंज़िल साहिल करने के लिए
View Full
बिखरे हैं किस्मत के तार, न जाने कहाँ कहाँ !
भटकते रहे हम तो बेकार, न जाने कहाँ कहाँ !
View Full