827 Results
जाने क्यों वो मेरे खयालों में चले आते हैं
रिसते हुए ज़ख्मों को कुरेदने चले आते हैं
View Full
मेरी तक़दीर जाने कहाँ सो गयी है
अधरों की मुस्कान कहाँ खो गयी है
जीने की चाहत गयी है ठहर सी
View Full
वो दुनिया के सामने, अपना दर्द तो सुनाते रहे
पर हमारे बदहाल
पर वो, हमेशा मुस्कराते रहे
View Full
दिल की दहलीज
पर, फिर दस्तक दी है किसी ने
आज मेरे अरमानों को, फिर महक दी है किसी ने
View Full
क्या उनके लबों ने कभी मेरा गीत गुनगुनाया होगा
क्या किसी के पूछने
पर उसने मेरा नाम बताया होगा
View Full
ज़िंदगी से अब कोई उम्मीद नज़र नहीं आती
संभलने की अब कोई तदबीर नज़र नहीं आती
ज़नाजा तो उठना है एक दिन ज़रूर
View Full
तक़दीर ने मदारी की तरह नचा दिया हमको
फिर फिर उठा के फिर फिर गिरा दिया हमको
हम तो किसी को ना भुला पाये आज तक,
View Full
प्यार की दास्तां, किसी से भला क्या कहिये
खुदगर्ज़ दुनिया से, अपने अज़ाब क्या कहिये
View Full
जब कोई रिश्ता नहीं तो फिर टोकते क्यों हैं
मैं जिधर जाऊँ मेरी मर्ज़ी मुझे रोकते क्यों हैं
View Full
इस तबस्सुम को ग़मों में लुटा मत देना
कोई आंसू का मोती आँखों से गिरा मत देना..
View Full