827 Results

Zalim Nazar Hai Zamane Ki

क्यों ख्वाहिश पाल रखी है किसी का प्यार पाने की
मत भूलो कि बड़ी ज़ालिम नज़र है इस जमाने की
View Full

Par Koi Mumtaj Nahi Mil Payi

मेरी ज़िंदगी की गाड़ी, तनिक भी न हिल पायी है
मेरे अरमानों की बगिया, अभी तक न खिल पायी है
View Full

Dosto Main Kya Likhun

फूलों की महक या कांटों की खरास लिखूँ
या अपनों से बिगड़ते रिश्तों की खटास लिखूँ
View Full

Dil ke Jakham ko chupana padta hai

पलकों के पीछे आँसुओं को छुपाना होता है
ज़बरदस्ती चेहरे पर हंसी को लाना होता है
View Full

Hum Kafan odh kar nikal jayenge

हम तो किसी दिन कफन ओढ़ कर निकल जायेंगे
सारी रूसबाईयों को यहीं छोड़ कर खिसक जायेंगे
View Full

Log kanto se munh churate hain

लोग फूलों से प्यार करते है पर काटों से मुंह चुराते हैं
फूलों की ज़िंदगी ही क्या वो तो जल्दी ही सूख जाते हैं
View Full

Ye rasta khud banate hain

खुद ही तय करते हैं मंज़िलें, रास्ता भी खुद बनाते हैं
जीते हैं अपनी शर्त पर, अपनी दुनिया भी खुद बनाते हैं
View Full

Gairon Mein Humsafar Mil Jate Hain

कभी वीरानों में भी फूल खिल जाते हैं
कभी गैरों में भी हमसफर मिल जाते हैं
कहीं किसी को कब्र नसीब नहीं होती
View Full

Dil ko dimag ka uttar

दिल का प्रश्न :
मेरे इस प्यार में तुमने क्या कमी पायी है
क्यों मुझे बेज़ार करने की कसम खायी है
View Full

Jeete ji sahara mil nahi sakta

जब तक सांस है किसी का सहारा मिल नहीं सकता
खुद ही तैरना होगा वरना किनारा मिल नहीं सकता
View Full

Notice: ob_end_clean(): Failed to delete buffer. No buffer to delete in /home/desi22/desistatus/hashtag.php on line 229